कैश बैक या स्क्रैच कार्ड के नाम पर धोखाधड़ी हो रही, डिजिटल भुगतान में बरतें सावधानी
मुंबई । कोरोना काल में कैश की जगह डिजिटल भुगतान का चलन बढ़ा है। ऑनलाइन शॉपिंग हो या बिजली-फोन का बिल या फिर दूसरे लेन-देन, लोग इंटरनेट या मोबाइल बैंकिंग का इस्तेमाल करने पर जोर दे रहे हैं। डिजिटल लेन-देन सुविधाजनक तो है, लेकिन इसमें जोखिम भी कम नहीं है। थोड़ी भी असावधानी या लालच भारी पड़ सकता है। साइबर ठग आंख गड़ाए बैठे हैं। मौका मिलते ही हमारी मेहनत की कमाई पर वे हाथ साफ कर सकते हैं। आजकल पेटीएम कैशबैक नाम से धोखाधड़ी का तरीका अपनाया जा रहा है। शातिर दिमाग संदेश भेज कर पेटीएम स्क्रैच कार्ड जीतने की बधाई देते हैं। इसके बाद इसे क्लिक करने के लिए कहते हैं। क्लिक करने के बाद उनका खेल शुरू हो जाता है। खास यह कि पेटीएम-कैशऑफर.कॉम से पेटीएम का कोई लेना देना नहीं है। इसलिए स्क्रैच कार्ड या कैश बैक ऑफर से सावधान रहें। ईमेल या वॉट्सऐप पर मिले ऐसे संदेशों को नजरअंदाज करने में भलाई है। बैंक या डिजिटल भुगतान सेवा प्रदाता ऐसे संदेश नहीं भेजते। भारतीय रिजर्व बैंक और अन्य बैंक इस बारे में ग्राहकों को समय-समय पर सावधान करते रहते हैं। क्यूआर कोड से ठगी : साइबर धोखाधड़ी पर नजर रखने वाली संस्था ट्रस्...