पहलवान सागर धनकड़ की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में खुलासा, ब्लंट-ऑब्जेक्ट से सिर पर हुए वार से हुई मौत
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पहलवान सागर धनकड़ की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि उनकी मौत किसी ब्लंट-ऑब्जेक्ट से सिर पर हुए वार से हुई है। सागर के शरीर पर 1 से 4 सेंटीमीटर के गहरे जख्म मौजूद थे। ये ज़ख्म इतने गहरे थे कि हड्डियों तक चोंट पहुंची थी। छाती और पीठ पर 5×2 cm और पीठ पर 15x4 cm के ज़ख्म पाये गए। बाबू जगजीवन राम मेमोरियल अस्पताल (बीजेआरएम) के डॉक्टरों का मानना है कि शरीर पर मिले सभी निशान मौत से पहले के हैं।
4 मई को छत्रसाल स्टेडियम की पार्किंग में दो गुटों के बीच हाथापाई में सागर धनकड़ को अपनी जान गंवानी पड़ी थी। इस हाथापाई में सागर और उनके दोस्त सोनू और अमित घायल हो गए थे जिसके बाद उन्हें 5 मई को सुबह 2:52 बजे निकटतम बीजेआरएम अस्पताल ले जाया गया था। सुबह करीब 7:15 बजे इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई थी। रिपोर्ट बताती है कि सागर के शरीर पर कई जगह नीले निशान थे। सिर से लेकर घुटने तक निशान पाए गए। उनके घाव इतने गहरे थे कि हड्डियां भी टूट चुकी थी। रिपोर्ट के मुताबिक विसरा और ब्लड सैंपल को जांच के लिए सील कर दिया गया है।
इससे पहले दिन में दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की टीम सुशील कुमार को सागर राणा की हत्या की जांच के के सिलसिले में नई दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम में ले गई और क्राइम सीन को रिक्रिएट किया। 2 बार के ओलंपिक पदक विजेता को आगे की जांच के लिए उनके मॉडल टाउन स्थित आवास भी ले जाया गया। सुशील कुमार को पुलिस हिरासत में 6 दिन की रिमांड पर लेने के बाद पुलिस ने सोमवार को करीब 4 घंटे तक पूछताछ की थी। सुशील और उसके सहयोगी अजय कुमार को सागर राणा की हत्या में कथित संलिप्तता के आरोप में रविवार सुबह दिल्ली के मुंडका इलाके से गिरफ्तार किया गया था।
क्या है पूरा मामला?
यह घटना 4 मई की है। सागर और उसके दोस्तों को फ्लैट से अगवा कर छत्रसाल स्टेडियम लाया गया। देर रात स्टेडियम की पार्किंग में पहलवानों के दो गुटों में झगड़ा हुआ। उसमें तीन पहलवान सागर, सोनू और अमित जख्मी हुए। इलाज के दौरान सागर की मौत हो गई। इस मामले में सुशील और उसके साथियों का नाम सामने आया था। तभी से पुलिस इन लोगों की तलाश कर रही थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पुलिस को स्टेडियम का एक CCTV फुटेज भी हाथ लगा था। इसमें सुशील हॉकी स्टिक से सागर और उसके साथियों को मारते दिखे।
सुशील कुमार के खिलाफ मॉडल टाउन पुलिस स्टेशन में आईपीसी की धारा 302 (हत्या), अपहरण (365), और 120-बी (आपराधिक साजिश) के तहत एफआईआर दर्ज की गई थी। पुलिस ने सभी पीड़ितों के बयान भी दर्ज किए थे। बयानों में बताया गया कि सागर और उनके कुछ दोस्त स्टेडियम के पास सुशील कुमार से जुड़े घर में रह रहे थे। उन्हें ये घर खाली करने के लिए कहा गया था। फिर जबरदस्ती उन्हें इस घर से निकाल दिया गया। सुशील को बाद में पता चला कि सागर ने अन्य पहलवानों के सामने छत्रसाल स्टेडियम में उसके खिलाफ गलत शब्दों का उपयोग किया था और गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी भी दी थी।
सुशील कुमार की गिरफ्तारी से संबंधित सूचना देने पर एक लाख रूपये का इनाम रखा गया था। दिल्ली पुलिस ने इसका ऐलान किया था। सुशील के साथ फरार चल रहे अजय कुमार पर भी पुलिस ने 50 हजार रुपये का इनाम रखा था। गिरफ्तारी के डर से, सुशील कुमार ने अग्रिम जमानत की मांग करते हुए 17 मई को दिल्ली की रोहिणी अदालत का रुख किया था, जिसमें कहा गया था कि उनके खिलाफ जांच पक्षपातपूर्ण है। इसके बाद रविवार सुबह दिल्ली के मुंडका इलाके से दोनों के गिरफ्तार किया गया था।
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