Kanjhawala Case: 7 आरोपी, 120 गवाह, 800 पन्नों की चार्जशीट पेश, क्या अंजलि को मिलेगा इंसाफ?

Kanjhawala Hit and Drag Case: राजधानी दिल्ली सहित पूरे देश को झकझोर देने वाले कंझावला केस में शनिवार को पुलिस ने चार्जशीट दायर की। 800 पन्नों की चार्जशीट में पुलिस ने 7 लोगों को आरोपी बनाया है। अंजलि सिंह नामक लड़की की मौत से जुड़े इस मामले की चार्जशीट में 120 गवाहों के बयान दर्ज किए गए है। पुलिस ने चार आरोपी अमित खन्‍ना, कृष्‍ण, मिथुन और मनोज मित्‍तल पर हत्‍या की धारा लगाई गई है। इन चार के अलावा दीपक खन्‍ना, अंकुश और आशुतोष को भी आरोपी बनाया गया है। मालूम हो कि एक जनवरी 2023 को दिल्ली की सड़कों पर 20 वर्षीय अंजलि की लाश मिली थी। उसे कई किलोमीटर तक कार के नीचे घसीटा गया था। अंजलि की मौत के इस मामले में पूरे देश का ध्यान अपनी ओर खींचा था। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की पहल पर इस केस की जांच तेज तर्रार आईपीएस ऑफिसर शालिनी सिंह ने की थी।


चार आरोपी अभी न्यायिक हिरासत में


अंजलि की मौत मामले में पुलिस ने कई सीसीटीवी खंगाले। जिन रास्तों से अंजलि को कार से घसीटा गया, उसकी पूरी छानबीन की। दीपक, अमित, कृष्‍ण, मनोज और मिथुन न्यायिक हिरासत में हैं। आशुतोष और अंकुश को कोर्ट से जमानत मिली हुई है। चार्जशीट रोहिणी कोर्ट में मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट सान्या दलाल की अदालत में पेश की गई है।


12 किलोमीटर तक लड़की को कार से घसीटा था


31 दिसंबर-1 जनवरी की रात हुई वीभत्‍स घटना में अंजलि की स्‍कूटी आरोपियों की कार के नीचे आ गई थी। इन लोगों ने कार रोकी नहीं और कई किलोमीटर तक भगाते रहे। जांच एजेंसी के मुताबिक, जिस कार ने कथित तौर पर मृतक अंजलि की स्कूटी को टक्कर मारी, वह आशुतोष की थी। यह कार उसके साले ने उसे तोहफे में दी थी।

 


कार चलाने वाले अमित के पास लाइसेंस तक नहीं था-


आशुतोष ने कार अमित खन्ना को चलाने के लिए दे दी, जिसके पास उचित लाइसेंस तक नहीं था। सीडीआर कॉल रिकॉर्ड के मुताबिक, आरोपी अंकुश ने घटना के बाद सुबह 4:56 बजे आशुतोष को कॉल किया था। अंजलि अपने एक दोस्त के साथ स्कूटी के आ रही थी। रास्ते में एक कार ने टक्कर मार दी और उन्हें सुल्तानपुरी से कंझावला तक (लगभग 12 किलोमीटर) तक घसीटा गया था। इससे उनकी मौत हो गई थी।


पुलिस के 11 जवान किए गए थे सस्पेंड


अंजलि केस में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के आदेश पर दिल्ली पुलिस के 11 लापरवाह जवानों को सस्पेंड किया गया था। दिल्ली पुलिस ने बताया कि पीसीआर और पिकेट पर तैनात 11 जवानों को सस्पेंड किया गया है। गृह मंत्रालय ने कंझावला घटना पर दिल्ली पुलिस की वरिष्ठ अधिकारी शालिनी सिंह की रिपोर्ट पर यह कार्रवाई की थी।

यह भी पढ़ें - कंझावला केसः धरने पर बैठे अंजलि के परिजन, कोर्ट ने दिल्ली पुलिस को लगाई फटकार



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