अवैध हथियारों में स्टाइलिश चाकू पहले नंबर पर फिर कट्टा-पिस्टल, तलवार-गुप्ती का इस्तेमाल अब कम
रायपुर.
राजधानी में अपराध में परंपरागत हथियारों के स्थान पर स्टाइलिश चाकू का इस्तेमाल ज्यादा हो रहा है। इसके बाद कट्टा और पिस्टल दूसरे नंबर पर है। तलवार और गुप्ती चलाने के मामले बहुत कम हैं। अधिकांश अपराध चाकू, कट्टा और पिस्टल से ही हो रहा है। सस्ते में कट्टा-पिस्टल बेचने वाले भी शहर में सक्रिय हो गए हैं। पिछले साल पुलिस ने सबसे ज्यादा 290 चाकू जब्त किया है। इसके बाद दूसरे नंबर पर है कट्टा। और फिर तलवार है। उल्लेखनीय है कि पिछले कुछ सालों से शहर में अवैध हथियार रखने, लहराने या अपराधिक गतिविधियों में इस्तेमाल करने के मामले तेजी से बढ़े हैं।दूसरे राज्यों से पहुंच रहा कट्टा-पिस्टलशहर में दूसरे राज्यों से कट्टा और पिस्टल पहुंच रहा है। बिहार, उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश के अलावा ओडिशा से भी अवैध रूप से कट्टा, पिस्टल जैसे हथियार पहुंच रहे हैं। हथियार तस्करी में पुराने हिस्ट्रीशीटरों की संलिप्तता कई बार सामने आ चुकी है। इसके अलावा दूसरे राज्य से आने अपराधी भी हथियार लेकर आते हैं।बेचने वाले पुलिस की पकड़ से दूरटिकरापारा से पुलिस ने मोहम्मद सादिक तिगाला उर्फ मोना तेली को कट्टा और तीन जिंदा कारतूस के साथ गिरफ्तार किया। सादिक को पुलिस ने जेल भेज दिया, लेकिन इस बात का खुलासा नहीं कर पाई कि सादिक के पास कट्टा आया कहां से? उसने किससे खरीदा?
पिछले साल पुलिस द्वारा जब्त अवैध हथियार
हथियार संख्या
चाकू 290
तलवार 6
कट्टा 9
रिवाल्वर 3
गुप्ती 3
कारतूस 20
गंडासा 2
एयरगन 1
बटनदार चाकू की मांग ज्यादा
बटनदार चाकू की मांग ज्यादा है। शहर में आदतन बदमाश या अपराधिक प्रवृत्ति वाले बटनदार चाकू लेकर घूमते हैं। चाकू का इस्तेमाल बढऩे की वजह ऑनलाइन खरीदारी भी है। ई-कामर्स कंपनियों के जरिए आसानी से स्टाइलिश चाकू खरीदे जा रहे हैं।
वर्सन
पुलिस लगातार चेकिंग अभियान चला रहा है। अवैध हथियार रखने या चाकूबाजी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है। पिछले तीन दिन में पुलिस ने दो सौ से ज्यादा अपराधियों को जेल भेजा है।
-तारकेश्वर पटेल, एएसपी-ईस्ट, रायपुर
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