युकां नेता और साथियों ने कार सवार दंपत्ति से मारपीट की, दादागिरी इतनी कि पुलिस ने पीडि़तों को ही एफआईआर नहीं कराने की दी सलाह
रायपुर.
आधी रात को बिलासपुर रोड में ओवरटेक करने को लेकर हुए मामूली विवाद के बाद एक युवा कांग्रेस नेता और उसके साथियों ने तरपोंगी टोलप्लाजा में कार सवार एक दंपत्ति से मारपीट की। और उन्हें जान से मारने की धमकी भी दी। हद तो तब हो गई जब मौके पर पहुंची पुलिस ने पीडि़त दंपत्ति को ही नेता के खिलाफ एफआईआर नहीं कराने की सलाह दे डाली। देर रात धरसींवा पुलिस ने दोनों पक्षों की शिकायत पर एक-दूसरे के खिलाफ अपराध दर्ज किया है। धरसींवा द्वारा युकां नेता का पक्ष लेने से नाराज पीडि़त दंपत्ति ने रायपुर एसएसपी से लिखित में शिकायत की है।
पुलिस के मुताबिक शांति नगर निवासी मनोज अग्रवाल अपनी बेटी की शादी के कार्यक्रम से कार में लौट रहे थे। उनके साथ उनकी पत्नी रेखा और बेटा मयंक भी थे। सभी कार सीजी 07 एएम 7700 से बिलासपुर रोड होते हुए लौट रहे थे। रात करीब 12 बजे सिमगा के पास स्कार्पियो सीजी 10 एजी 6999 ने उन्हें ओवरटेक करते हुए तीन बार कट मारा। इसके बाद मनोज ने कार ओवरटेक करके उन्हें रोका और गलत ढंग से गाड़ी चलाने की शिकायत ड्राइवर से की। इस पर उसमें सवार एक व्यक्ति और महिला से उनका मामूली विवाद हो गया। मामला शांत होने पर वे आगे निकल गए। इस बीच स्कार्पियों वालों ने युवा कांग्रेस नेता आशीष शिंदे को इसकी सूचना दी। फिर तरपोंगी टोल प्लाजा के पास रात करीब 1 बजे युकां नेता आशीष शिंदे, गोपाल कश्यप व अन्य लोग पहुंच गए। और मनोज को रोका। जैसे ही उसने गाड़ी रोकी आशीष और उसके साथियों ने उससे मारपीट शुरू कर दी। यह देखकर उनकी पत्नी कार से बाहर निकली, तो उनके साथ भी गाली-गलौज करने लगे। इस दौरान किसी ने मनोज का सोने का चेन और 50 हजार रुपए लूट लिया। उनकी शिकायत पर पुलिस ने युकां नेता आशीष शिंदे, गोपाल व अन्य के खिलाफ धारा 294, 323, 506, 34 के तहत अपराध दर्ज किया है।
काउंटर केस दर्ज
दूसरी ओर स्कार्पियो चालक नरेंद्र कुमार साहू की ओर से मनोज उनके बेटे मयंक के खिलाफ भी पुलिस ने अपराध दर्ज किया है। नरेंद्र के मुताबिक सिमगा के कार सीजी 07 एएम 7700 के सवार मनोज अग्रवाल ने उन्हें ओवरटेक करके रोका। फिर उन्हें शराब पीकर गाड़ी चलाते हो कहकर गाली-गलौज की। और मारपीट करने लगे। आशीष और गोपाल ने बीचबचाव किया, तो उनसे भी मारपीट करने लगे। पुलिस ने मनोज, मयंक के खिलाफ भी काउंटर केस दर्ज किया है।
पुलिस ने दी एफआईआर न कराने की सलाह
शिकायत में मनोज ने बताया कि तरपोंगी टोलप्लाजा के पास दोनों पक्षों में मारपीट की सूचना मिलने पर पुलिस पहुंची। उस समय मनोज ने दूसरे पक्ष के युवकों का मुलाहिजा कराने और एफआईआर करने कहा, तो पुलिस ने उन्हें एफआईआर न कराने की नसीहत दे दी। बाद में मनोज अपने परिवार के साथ रायपुर के लिए रवाना हुए, तो कांग्रेस नेता और उसके साथी भी उनके पीछे-पीछे आ रहे थे। और बार-बार जान से मारने की धमकी दे रहे थे। इससे घबरा कर वे खमतराई थाने पहुंचे। लेकिन पुलिस ने घटना स्थल धरसींवा का बताकर एफआईआर नहीं की। उन्हें धरसींवा जाने कह दिया। लेकिन बाहर आरोपियों के खड़े होने की वजह से पीडि़तों ने पुलिस से सुरक्षा की मांग की। इसके बाद खमतराई से पुलिस की टीम उनके साथ धरसींवा गई। इसके बाद मनोज ने धरसींवा में आरोपियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई।
धरसींवा पुलिस की शिकायत
पूरे मामले में धरसींवा पुलिस के भेदभावपूर्ण रवैए को देखते हुए पीडि़त मनोज ने एसएसपी प्रशांत अग्रवाल को शनिवार को लिखित में शिकायत किया है। इसमें उन्होंने आरोपियों के खिलाफ लूटपाट की धारा दर्ज नहीं करने का आरोप लगाया है।
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