नवाब मलिक ने फिर से लगाए समीर वानखेड़े पर आरोप, 'एनसीबी ने कई लोगों को झूठे मामलों में फंसाया और मेरे पास सबूत हैं'
मुंबई। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता और महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक ने नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े पर एक बार फिर निशाना साधते हुए कहा कि अधिकारी द्वारा दर्ज किए गए ड्रग से संबंधित कई मामले फर्जी थे। इतना ही नहीं मलिक ने आरोप लगाया कि वानखेड़े के पास निजी लोगों की फौज थी जो छापेमारी के बाद नशीला पदार्थ डालकर लोगों को फर्जी मामलों में फंसाने में संलिप्त थी।
मलिक ने कहा कि वह अपने दावों की पुष्टि करने और वानखेड़े का पर्दाफाश करने के लिए और सबूत पेश करेंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि वानखेड़े ने लोगों को फंसाया और सस्ते प्रचार के लिए उनकी जमानत में देरी करने की कोशिश की।
मलिक ने यह भी कहा कि एक रेस्तरां से खानपान सेवा के माध्यम से क्रूज पर ड्रग्स उपलब्ध कराए गए। उन्होंने रेस्टोरेंट के मालिकाना हक पर भी सवाल उठाए। मलिक ने कहा कि एक लड़की ने अपनी बहन के बारे में मीडिया से बात की, जिसे कथित तौर पर वानखेड़े ने झूठे मामले में फंसाया था। उन्होंने कहा कि ऐसे सैकड़ों लोग वानखेड़े का पर्दाफाश करने के लिए आगे आएंगे।
उन्होंने कहा था, “वानखेड़े द्वारा फर्जी मामले कैसे दर्ज किए गए, इसे स्थापित करने के लिए हमने और सबूत एकत्र किए हैं। वह लोगों को फर्जी मामलों में फंसाता था। हम समय आने पर इसका पर्दाफाश करने जा रहे हैं।" मलिक ने दोहराया कि फैशन टीवी के प्रबंध निदेशक काशिफ खान पार्टी के आयोजक थे और वह ड्रग्स के सेवन में शामिल थे, इसके बावजूद उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई।
उन्होंने कहा था, "काशिफ मलिक खान ने कहा है कि मैंने उन पर गलतफहमी के कारण आरोप लगाए हैं। लेकिन मेरे पास पार्टी के आयोजन में उनकी संलिप्तता, जिन मामलों का वह सामना कर रहे हैं और उनकी आपराधिक पृष्ठभूमि दिखाने के लिए सबूत हैं। मेरे पास एक ऐसे रेस्टोरेंट के बारे में जानकारी है जहां से क्रूज पर कैटरिंग सर्विस दी जाती थी और इसके जरिए ड्रग्स की सप्लाई की जाती थी।"
मलिक ने शनिवार को गोंदिया में मीडिया से बात करते हुए कहा कि अभिनेता शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को बहुत पहले जमानत मिल जानी चाहिए थी। मलिक ने कहा, “मेरा स्टैंड बहुत स्पष्ट है। जो लोग कट्टर अपराधी हैं, आतंकवादी हैं उन्हें सलाखों के पीछे डाल दिया जाना चाहिए, लेकिन जो मांगे जाने पर खुद को पेश कर सकते हैं या जो भागने वाले नहीं हैं उन्हें जमानत दी जानी चाहिए। जमानत आरोपी का अधिकार है। हालांकि, प्रचार के लिए वानखेड़े ने सुनिश्चित किया कि आरोपियों को कई दिनों तक जमानत नहीं दी जाए।"
वानखेड़े मलिक द्वारा लगाए गए सभी आरोपों का खंडन करते रहे हैं। उन्होंने शुक्रवार को कहा, "ये मेरी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने के लिए दुर्भावनापूर्ण आरोप हैं। वे झूठे हैं और मेरी सेवा के 15 वर्षों में पहली बार लगाए जा रहे हैं। मैं कड़े शब्दों में इस प्रयास की निंदा करता हूं।"
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